Top 3 MSME Loan Schemes for Woman: 10 हजार से 2 लाख तक का लोन और सब्सिडी

Top 3 MSME Loan Schemes for Woman: 10 हजार से 2 लाख तक का लोन और सब्सिडी

जब से देश में मोदी सरकार आई है, तब से महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई तरह की योजनाएँ लगातार शुरू की जा रही हैं। इन योजनाओं ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और आर्थिक स्वतंत्रता महसूस करने में बहुत मदद की है। सरकार ने विशेष रूप से महिलाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने और बढ़ाने के लिए बिजनेस लोन देने के लिए कई स्कीम्स तैयार की हैं।

इन योजनाओं के तहत, महिलाओं को ₹10,000 से लेकर ₹2 लाख तक का लोन दिया जाता है, और कुछ मामलों में तो सब्सिडी का लाभ भी मिलता है, जिससे लोन की राशि माफ हो सकती है। इस आर्टिकल में, हम आपको तीन ऐसी महत्वपूर्ण MSME लोन योजनाओं के बारे में विस्तार से बताएँगे जिनका लाभ भारत के किसी भी राज्य की महिला उठा सकती है।

स्वर्णिमा लोन योजना

यह योजना राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त और विकास निगम (NBCFDC) द्वारा चलाई जाती है और इसका उद्देश्य पिछड़े वर्ग (OBC) की महिलाओं को अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता देना है। इस योजना के तहत, जिन महिलाओं की वार्षिक पारिवारिक आय ₹3 लाख से कम है, वे बिना किसी गारंटी के ₹2 लाख तक का बिजनेस लोन प्राप्त कर सकती हैं। इस लोन पर केवल 2% प्रतिवर्ष का बहुत कम ब्याज दर रखा गया है।

इस योजना के लिए आवेदन करने वाली महिला की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए। आवेदन करने के लिए, आपको अपने निकटतम SCA कार्यालय में जाना होगा। आप ऑनलाइन भी आवेदन कर सकती हैं, यदि यह सुविधा उपलब्ध हो। आपको आवेदन फॉर्म में अपने व्यवसाय और प्रशिक्षण की जरूरतों का उल्लेख करना होगा, और फिर आवश्यक दस्तावेजों के साथ फॉर्म जमा करना होगा।

उद्योगिनी लोन योजना

उद्योगिनी योजना महिलाओं को बिजनेस शुरू करने में मदद करती है, जहाँ उन्हें सस्ता बिजनेस लोन और साथ ही व्यवसाय की ट्रेनिंग भी मिलती है। इस योजना के तहत, महिलाओं को अधिकतम ₹3 लाख तक का लोन दिया जाता है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ आसान शर्तें हैं।

महिला का कोई रजिस्टर्ड कारोबार होना चाहिए, उसकी आयु 18 से 55 वर्ष के बीच होनी चाहिए, और पारिवारिक वार्षिक आय ₹1,50,000 से अधिक नहीं होनी चाहिए। हालाँकि, विधवा और विकलांग महिलाओं के लिए आय की कोई सीमा नहीं है। ध्यान दें कि यह योजना मुख्य रूप से कर्नाटक राज्य की महिलाओं के लिए है। आवेदन करने के लिए, आप बैंक से या उसकी वेबसाइट से फॉर्म डाउनलोड करके, सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ भरकर बैंक में जमा कर सकती हैं।

स्टैंड-अप इंडिया स्कीम

स्टैंड-अप इंडिया योजना महिला उद्यमियों और SC/ST वर्ग के महिला-पुरुषों को बिजनेस स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इस योजना के तहत, प्रत्येक बैंक शाखा को कम से कम एक SC/ST आवेदक और एक महिला उद्यमी को ₹10 लाख से लेकर ₹1 करोड़ तक का लोन देना होता है। यह योजना वित्त मंत्रालय द्वारा 5 अप्रैल 2016 को MSME लोन देने के लिए शुरू की गई थी।

इस लोन को केवल व्यवसाय से जुड़े कामों में ही इस्तेमाल किया जा सकता है। इस पर ब्याज दर बैंक के MCLR पर निर्भर करती है और आमतौर पर 8% से 12% तक हो सकती है। लोन की अवधि 7 साल तक होती है। इस योजना के लिए SC/ST और सभी वर्ग की महिलाएं पात्र हैं, जिनकी उम्र 18 वर्ष से अधिक हो। आवेदन ऑनलाइन माध्यम से standupmitra.in की वेबसाइट पर किया जा सकता है।

निष्कर्ष

महिलाओं के लिए ये MSME लोन योजनाएँ न केवल उद्यमशीलता को बढ़ावा देती हैं, बल्कि उनके आर्थिक सशक्तिकरण का भी एक महत्वपूर्ण जरिया हैं। सरकार और वित्तीय संस्थानों द्वारा दी जाने वाली इन योजनाओं से महिलाओं को कम ब्याज दर और आसान प्रक्रियाओं के साथ लोन प्राप्त करने में मदद मिलती है। इन योजनाओं का लाभ उठाकर, महिलाएँ न केवल अपने व्यवसाय को बढ़ा सकती हैं बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं।

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