PM Home Loan 2025:

PM Home Loan 2025: फटाफट ऐसे करे प्रधानमंत्री होम लोन के लिए आवेदन, जानिए ताबड़तोड़ जानकारी

PM Home Loan 2025: प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) एक बेहद ही अच्छी और क्रांतिकारी योजना है, जिसने लाखों भारतीयों के अपने घर के सपने को सच करने में मदद की है। इस योजना के तहत सरकार योग्य परिवारों को होम लोन पर आकर्षक सब्सिडी और कम ब्याज दर दे रही है। अगर आप इस योजना के लिए पात्र हैं, तो आप भी इसका लाभ उठा सकते हैं। यह योजना 25 जून 2015 को शुरू की गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य 31 मार्च 2022 तक 2 करोड़ से अधिक परिवारों को पक्का घर देना था। हाल ही में, केंद्र सरकार ने क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी योजना (CLSS) को छोड़कर, PMAY-U के कार्यान्वयन की अवधि 31 दिसंबर, 2024 तक बढ़ा दी है। इस आर्टिकल में, हम आपको PM Home Loan के बारे में पूरी जानकारी देंगे ताकि आप जान सकें कि इसके लिए कैसे आवेदन करें और कौन-कौन से लाभ मिलेंगे।

PM Home Loan योजना क्या है?

प्रधानमंत्री होम लोन, जिसे प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) भी कहते हैं, एक बेहद फायदेमंद योजना है जिसे 25 जून 2015 को हर गरीब को पक्का घर देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। इस योजना का लक्ष्य उन गरीब परिवारों को पक्के घर देना है, जो आज भी कच्चे घरों या झुग्गियों में रहते हैं। PM Home Loan के ज़रिए सरकार आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को घर बनाने के लिए लोन देती है, और साथ ही सब्सिडी भी प्रदान करती है। इस योजना में शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लोगों को ₹1,20,000 से ₹2,50,000 तक की सब्सिडी दी जाती है। यह लोन आमतौर पर 20 साल की अवधि के लिए दिया जाता है, जिसकी ब्याज दर भी काफी कम होती है।

PMAY योजना का उद्देश्य और विशेषताएं

PMAY का सबसे बड़ा उद्देश्य हर जरूरतमंद भारतीय को एक पक्का घर उपलब्ध कराना है। इस योजना से शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में आवास सुविधाओं को बढ़ावा मिलता है और लोगों का जीवन स्तर सुधरता है। यह झुग्गी-झोपड़ियों को हटाकर लोगों को पक्के घर देने और शहरों को बेहतर बनाने में भी मदद करती है।

इस योजना की कई प्रमुख विशेषताएं हैं। सरकार होम लोन पर 6.5% तक की ब्याज सब्सिडी देती है, जो 20 साल या उससे कम की अवधि के लिए लागू होती है। इसके तहत होम लोन लेने वालों को ₹1.5 लाख तक की केंद्रीय सहायता भी दी जाती है। झुग्गी पुनर्वास के लिए ₹1 लाख की सब्सिडी दी जाती है। यह योजना महिलाओं को घर की मालिक या सह-आवेदक बनने के लिए प्रोत्साहित करती है, और बनने वाले घरों में वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए ग्राउंड फ्लोर अनिवार्य होता है। घर का निर्माण टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल सामग्री से किया जाता है, जो नेशनल बिल्डिंग कोड (NBC) के दिशानिर्देशों के अनुसार होता है।

प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी और योग्यताएं

आप PMAY योजना का लाभ तभी उठा सकते हैं जब आप लाभार्थियों की इस लिस्ट में आते हों। इसमें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) जिनकी वार्षिक आय ₹3 लाख तक है, निम्न आय समूह (LIG) जिनकी वार्षिक आय ₹3 लाख से ₹6 लाख के बीच है, और मध्यम आय समूह I (MIG I)मध्यम आय समूह II (MIG II) जिनकी वार्षिक आय क्रमशः ₹6 लाख से ₹12 लाख और ₹12 लाख से ₹18 लाख के बीच है, शामिल हैं। EWS और LIG आय समूहों वाली महिलाएं, और अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लोग भी इस योजना के लाभार्थी बन सकते हैं।

इस योजना के लिए कुछ योग्यता शर्तें भी हैं। लाभार्थी परिवार के किसी भी सदस्य के पास पूरे भारत में कोई पक्का घर नहीं होना चाहिए। परिवार पहले से किसी अन्य सरकारी आवासीय योजना या PMAY सब्सिडी का लाभ नहीं उठा रहा हो। एक शादीशुदा जोड़ा संयुक्त रूप से या व्यक्तिगत रूप से एकल सब्सिडी के लिए पात्र होगा। MIG वर्ग के लोगों को लाभ लेने के लिए अपना आधार नंबर देना अनिवार्य है।

PMAY योजना के प्रमुख लाभ

PMAY के तहत होम लोन लेने पर ब्याज सब्सिडी दी जाती है, जिससे मासिक किश्तें कम हो जाती हैं और घर खरीदना आसान हो जाता है। लाभार्थी किसी भी बैंक से कम ब्याज (6.50% प्रतिवर्ष) पर होम लोन प्राप्त कर सकता है। यह लोन 20 वर्ष तक की लंबी अवधि के लिए लिया जा सकता है, जिससे EMI भी कम रहती है। आवेदन करने का तरीका भी आसान है, आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के तहत बनने वाले घर पर्यावरण के अनुकूल होते हैं और दिव्यांगों व वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता दी जाती है। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लोग इस योजना का लाभ ले सकते हैं। इसके अलावा, घर में शौचालय बनाने के लिए ₹12,000 की अतिरिक्त सहायता राशि भी मिलती है।

PMAY के लिए जरूरी दस्तावेज़

PMAY के लिए आवेदन करते समय आपको कुछ जरूरी दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी। इनमें आपकी पहचान साबित करने के लिए आधार कार्ड और पैन कार्ड, आपके निवास का प्रमाण पत्र और आपकी वार्षिक आय को दर्शाने वाला आय प्रमाण पत्र शामिल है। सब्सिडी की राशि प्राप्त करने के लिए आपको बैंक पासबुक का विवरण देना होगा। इसके अलावा, आवेदन फॉर्म के साथ एक हालिया पासपोर्ट साइज फोटो, जाति प्रमाण पत्र और अगर आपके पास जॉब कार्ड या स्वच्छ भारत मिशन पंजीकरण संख्या है तो वह भी ज़रूरी होगा। जिस ज़मीन पर आप घर बनवाना चाहते हैं, उसके कानूनी दस्तावेज़ भी पेश करने होंगे।

प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रकार (शहरी और ग्रामीण)

PM Home Loan योजना को शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लिए शुरू किया गया है, इसलिए इसे मुख्य रूप से दो भागों में बांटा गया है।

प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (PMAY-G) का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब परिवारों को पक्का घर देना है। यह योजना कच्चे घरों में रहने वाले परिवारों को बिजली, स्वच्छ जल और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ आर्थिक सहायता भी देती है। इस योजना को पहले इंदिरा आवास योजना के नाम से जाना जाता था, जिसे 2016 में PMAY-G का नाम दिया गया। आप अपने ग्राम पंचायत के रोजगार सचिव से मिलकर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना (PMAY-U) का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में रहने वाले गरीब और निम्न आय वर्ग के लोगों को पक्का घर उपलब्ध कराना है। यह योजना तीन चरणों में शुरू की गई थी: चरण 1 (2015-17) में 100 शहरों को चुना गया, चरण 2 (2017-19) में 200 और शहरों को शामिल किया गया, और चरण 3 (2019-22) में बाकी सभी शहरों को शामिल किया गया।

PMAY के कारक

प्रधानमंत्री आवास योजना को चार प्रमुख कारकों की मदद से लागू किया गया है। पहला CLSS (क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी योजना) है, जो होम लोन पर ब्याज दर में सब्सिडी देती है। EWS और LIG वर्ग के लोगों को ₹6 लाख तक के लोन पर 6.5% ब्याज सब्सिडी मिलती है, जिससे अधिकतम ₹2,67,280 की सब्सिडी प्राप्त हो सकती है। MIG I वर्ग को ₹9 लाख तक के लोन पर 4% और MIG II को ₹12 लाख तक के लोन पर 3% की सब्सिडी मिलती है। दूसरा कारक झुग्गी निवासियों का इन-सीटू पुनर्वास है, जिसके तहत सरकार निजी कंपनियों के साथ मिलकर झुग्गियों की जगह पर नए घर बनाती है और ₹1 लाख की सहायता भी देती है। तीसरा है किफायती आवास के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी, जिसमें सरकार और निजी कंपनियां मिलकर EWS परिवारों के लिए घर बनाती हैं। चौथा कारक EWS लाभार्थियों के घर निर्माण हेतु सब्सिडी है, जिसमें उन गरीब लोगों को ₹1.5 लाख दिए जाते हैं जिन्हें अन्य तीन कारकों के तहत लाभ नहीं मिल पाया है।

PMAY के लिए आवेदन प्रक्रिया

PM Home Loan या PMAY के लिए आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं। नए आवेदक PMAY की आधिकारिक वेबसाइट pmaymis.gov.in पर जाकर Citizen Assessment मेन्यू में Benefit under other 3 components विकल्प को चुनें। यहाँ आपको आधार कार्ड के 12 अंक और अपना नाम दर्ज करना होगा। इसके बाद, आप PMAY के आवेदन पेज पर पहुँच जाएँगे जहाँ आपको अपनी सभी जानकारी भरकर फॉर्म सबमिट करना है। आपको एक सिस्टम-जनरेटेड एप्लीकेशन नंबर मिलेगा, जिसे सुरक्षित रखें। इस फॉर्म का प्रिंटआउट निकालकर सभी ज़रूरी दस्तावेज़ों के साथ अपने निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या बैंक में जमा करना होगा।

अगर आपने पहले ही होम लोन लिया है और PMAY सब्सिडी का लाभ नहीं लिया है, तो आप अपने बैंक में जाकर दोबारा आवेदन कर सकते हैं। बैंक आपका आवेदन एक सरकारी बैंक, NHB को भेजेगा। NHB आपकी जानकारी जाँचने के बाद अगर आप पात्र पाए जाते हैं, तो सब्सिडी की राशि आपके होम लोन खाते में जमा कर दी जाएगी।

PMAY सब्सिडी और उसकी गणना

PMAY के तहत सरकार गरीब और मध्यम आय वर्ग के लोगों को घर बनाने के लिए सब्सिडी देती है। सब्सिडी का मतलब है कि आपके होम लोन पर ब्याज का कुछ हिस्सा सरकार चुकाती है। इस योजना के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को ₹1,20,000 से ₹2,50,000 तक की सब्सिडी दी जाती है। EWS और LIG वर्ग को ₹6 लाख तक के लोन पर 6.5% ब्याज सब्सिडी मिलती है। MIG 1 को ₹9 लाख तक के लोन पर 4% और MIG 2 को ₹12 लाख तक के लोन पर 3% की सब्सिडी मिलती है। यह सब 20 साल की अवधि के लिए लागू होता है। अपनी मासिक किश्त (EMI) जानने के लिए आप PMAY की वेबसाइट पर EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आपको किसी बैंक या लोन देने वाली संस्था में जाकर PMAY के तहत लोन लेना होगा। बैंक आपकी पात्रता की जाँच करेगा और फिर आपका आवेदन सरकारी संस्था को भेजेगा। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद, सब्सिडी की राशि आपके लोन खाते में जमा हो जाएगी।

कुछ प्रमुख बैंक और हेल्पलाइन नंबर

कई प्रमुख बैंक, जैसे Bank of Baroda, State Bank of India, Axis Bank, HDFC Bank, Punjab National Bank और Canara Bank, PMAY योजना के तहत होम लोन दे रहे हैं। आप इनकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। अगर आपको PMAY से संबंधित किसी भी प्रकार की सहायता चाहिए, तो आप हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं। NHB का टोल-फ्री नंबर 1800-11-3377 और HUDCO का 1800-11-6163 है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

PMAY से जुड़े कुछ आम सवाल हैं जिनका जवाब जानना ज़रूरी है। यह योजना तब तक चलती रहेगी जब तक हर पात्र व्यक्ति को घर नहीं मिल जाता, इसलिए 2024 के बाद भी इस पर काम जारी रहेगा। महिलाएं भी PM Home Loan के लिए आवेदन कर सकती हैं, लेकिन एक ही परिवार से सिर्फ एक व्यक्ति ही इसका लाभ उठा सकता है। सब्सिडी की राशि प्राप्त करने में आमतौर पर 3 से 4 महीने लग सकते हैं, क्योंकि इसमें सरकारी दस्तावेज़ों की जाँच होती है। इस योजना में आवेदन के लिए आवेदक की अधिकतम वार्षिक आय ₹18 लाख से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए, हालांकि इसके लिए कोई निचली सीमा नहीं है। ऑनलाइन आवेदन करने के लिए कोई शुल्क नहीं है, लेकिन कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर ₹25 का शुल्क और सर्विस टैक्स देना होता है।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) देश के गरीब और ज़रूरतमंद लोगों के लिए एक बहुत अच्छी योजना है, जिसकी मदद से उन्हें पक्का घर मिल पाएगा। यह हमारे देश के विकास को भी काफी हद तक आगे ले जा रही है। PMAY योजना का लाभ लेने के लिए आपको सभी आवश्यक शर्तों को पूरा करना होगा। उम्मीद है कि इस आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके काम आएगी और आप अपने सपनों का घर बना पाएंगे।

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