MP News: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में एक कॉन्वेंट स्कूल में हिंदी की वर्णमाला चार्ट को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। यहां स्कूल की प्रिंसिपल पर आरोप है कि उन्होंने बच्चों को ऐसी वर्णमाला चार्ट बांटे, जिसमें ‘क’ से कबूतर और ‘म’ से मछली की जगह धार्मिक शब्द लिखे थे। इस घटना के बाद शिक्षा विभाग ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
छात्र संगठन ने किया जोरदार विरोध
रायसेन के बेबी कॉन्वेंट स्कूल की प्रिंसिपल आई.ए. कुरैशी ने कथित तौर पर छात्रों को जो चार्ट दिए, उनमें ‘क’ से काबा, ‘म’ से मस्जिद और ‘न’ से नमाज़ जैसे शब्द लिखे हुए थे। इस बात की जानकारी मिलते ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्यों ने शुक्रवार को स्कूल पहुंचकर जमकर हंगामा किया और प्रिंसिपल को घेर लिया। तनाव बढ़ने पर पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दखल देना पड़ा।
क्या है प्रिंसिपल का जवाब?
इस विवाद के बाद प्रिंसिपल कुरैशी ने अपनी गलती मानते हुए इसे एक “अनजाने में हुई भूल” बताया। उन्होंने दावा किया कि ये चार्ट भोपाल के एक विक्रेता से खरीदे गए थे और उसकी गलती की वजह से ये चार्ट, जो आमतौर पर मदरसों में इस्तेमाल होते हैं, कुछ छात्रों तक पहुँच गए। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की केवल एक या दो किताबें छात्रों तक पहुंची थीं।
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शिक्षा विभाग ने दिए जांच के आदेश
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) डी.डी. रजक ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग के दिशानिर्देशों के अनुसार, किसी भी स्कूल में ऐसी अध्ययन सामग्री का उपयोग नहीं किया जा सकता, जिसमें किसी खास धर्म के धार्मिक प्रतीक हों। फिलहाल, पुलिस ने मामला शांत कराकर इसे शिक्षा विभाग के पास भेज दिया है।